व्यापार: भारत पर अमेरिका टैरिफ का बोझ सबसे ज्यादा है. 50 फीसदी टैरिफ के साथ भारत के एक्सपोर्ट में कमी आना लाजिमी है. जिसकी वजह से देश की इकोनॉमी को नुकसान होने की संभावना है. ऐसे में भारत ने उन विकल्पों की जाना शुरू कर दिया है, जिससे ना केवल अमेरिकी टैरिफ के नुकसान की भरपाई की जा सके. साथ ही अपने इकोनॉमी को और मजबूत बनाया जा सके. इसके लिए भारत ने मिडिल ईस्ट की ओर रुख किया है. खासकर खाड़ी के उन देशों के साथ बातचीत शुरू की है, जिनसे कारोबार तो है, लेकिन उतना नहीं जितना होना चाहिए. इसके लिए भारत ने फ्री ट्रेड का अपना पुराना प्लान एग्जीक्यूट कर दिया है. इस बार भारत कॉमर्स मिनिस्टर ने कतर को अपने पाले में लिया है. साथ ही एक ऐसा ब्लूप्रिंट तैयार किया है, जिससे आने वाले 5 साल यानी 2030 तक दोनों देशों के
