इस्लामाबाद: पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव की सरगर्मियों के केंद्र में इमरान खान थे। उनके लिए यह चुनाव उठापटक वाले साबित हुए। चुनाव के पहले के हालात साल 2018 जैसे ही थे। पाकिस्तान में हमेशा किंगमेकर के रोल में रहने वाली आर्मी के सामने इस बार इमरान खान खड़े थे। चुनाव से पहले उनकी पार्टी के खिलाफ माहौल बनाया गया। इमरान जेल में हैं और अगले 14 साल तक उनके जेल में रहने की आशंका है। इसके बावजूद उनकी पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों को नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की पार्टी से ज्यादा वोट मिले। आखिर यह संभव कैसे हुआ?
