इस्लामाबाद: नवाज शरीफ बीते साल जब लंदन से पाकिस्तान लौटे थे तो कहा गया था कि वो प्रधानमंत्री बनने के लिए ही लौटे हैं। एक के बाद उन पर चल रहे मुकदमे खत्म हुए और सेना का समर्थन भी मिला। इस सबके बावजूद चुनाव में उनकी पार्टी बहुमत नहीं पा सकी। बहुमत से दूर रहने के बावजूद नवाज शरीफ की पीएमएलएन सरकार बनाने जा रही है लेकिन पीएम वह खुद नहीं बन रहे हैं। उन्होंने अपने भाई शहबाज शरीफ को पीएम बनाने का फैसला लिया है। शहबाज ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि वह नवाज शरीफ को पीएम देखना चाहते हैं लेकिन नवाज ने पद ना लेने का फैसला किया। उनके इस फैसले की दो बड़ी वजह मानी जी रही हैं।