इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट पांच सेशन के भीतर खत्म होने के बाद न्यूलैंड्स की पिच को ‘असंतोषजनक’ बताया। आईसीसी की पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत यह फैसला लिया गया। इस मैच में सिर्फ 642 गेंदें फेंकी जा सकी थी। न्यूलैंड्स को इसके लिए एक डिमेरिट अंक लगाया गया। ऐसा डिमेरिट अंक उन मैदानों पर लगाया जाता है, जहां की पिच और आउटफील्ड को मैच रैफरी असंतोषजनक करार देते हैं। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पास फैसले के खिलाफ अपील के लिए 14 दिन का समय है।
अगर इसके छह डिमेरिट अंक हो जाते हैं तो अगले 12 महीने तक न्यूलैंड्स पर कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हो सकेगा। वहीं 12 डिमेरिट अंक होने पर 24 महीने का निलंबन होगा। ये अंक पांच साल की अवधि के लिये होते हैं। मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड ने आईसीसी को सौंपी अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि न्यूलैंड्स की पिच काफी कठिन थी। गेंद तेजी से उछाल ले रही थी और शॉट खेलना मुश्किल था। कई बल्लेबाजों को दस्तानों पर लगी और ऐसे असमान उछाल के कारण कई विकेट गिरे।’