सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस संजय किशन कौल का शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में आखिरी वर्किंग डे था। इस मौके पर एक कार्यक्रम में जस्टिस कौल ने न्यापालिका, जजों से लेकर अदालतों की भूमिका के साथ ही अपने अनुभवों को शेयर किया। जस्टिस कौल ने कहा कि मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अदालतें न्याय का मंदिर हैं। इसके दरवाजे वादियों के लिए हमेशा खुले रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट मुकदमे के लिए आखिरी विकल्प होता है।ऐसे में वादी खासकर जब इस (सर्वोच्च) अदालत में पहुंचते हैं तब तक वे मुकदमा लड़ते-लड़ते थक चुके होते हैं। जस्टिस कौल सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में छह साल और 10 महीने से अधिक के कार्यकाल के बाद 25 दिसंबर को रिटायर हो जाएंगे।
