दोहा: कतर की अदालत ने भारत के आठ पूर्व नौसैनिकों को फांसी की सजा सुनाई है। भारतीय नौसेना के ये पूर्व अधिकारी कतर की एक कंपनी ‘अल-जाहिरा अल-आलमी कन्सलटेन्सी एंड सर्विसेज’ के लिए काम करते थे। यह कंपनी कतर की नौसेना को ट्रेनिंग और सामान मुहैया कराती है। कतर का दावा है कि इन अधिकारियों ने कुछ संवेदनशील जानकारी इजरायल को दी थी। हालांकि, कतर की तरफ से पूर्व भारतीय अधिकारियों पर लगे आरोपों को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। कतर खुद को मुस्लिम देशों का आका मानता है। इस कारण उसकी सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से भी अच्छे संबंध नहीं है। कतर पूरी दुनिया में आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक भी है, लेकिन कोई भी देश उसके खिलाफ एक आवाज भी नहीं उठाता।
