एस सोमनाथ बोले- “भारत के पास चंद्रमा, मंगल और शुक्र ग्रह की यात्रा करने की क्षमता है लेकिन हमें अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ और ज्यादा इन्वेस्टमेंट्स की जरूरत है। हमारे स्पेस सेक्टर में डेवलपमेंट होना चाहिए। इससे साथ ही पूरे देश का विकास होना चाहिए, यही हमारा मिशन है। हम उस विजन को पूरा करने के लिए तैयार हैं जो पीएम मोदी ने हमें दिया था।”
चंद्रयान-3 की सफलता से स्पेस वेंचर में इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा मिलने की उम्मीद तेजी से बढ़ी है। बीते हफ्ते इसरो के सप्लायर्स और उनसे जुड़ी कंपनियों के शेयर्स की कीमतों में भी तेजी देखी गई।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक लार्सन एंड टूब्रो (L&T) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) समेत 20 कंपनियां स्मॉल सैटेलाइट लॉन्चिंग व्हीकल के प्राइवेटाइजेशन के लिए होने वाली नीलामी में बोली लगा सकती हैं।
इस बीच, इसरो चीफ एस सोमनाथ का भी एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत के पास चंद्रमा, मंगल और शुक्र की यात्रा करने की क्षमता है लेकिन हमें और ज्यादा इन्वेस्टमेंट की जरूरत है।