नई दिल्ली: इसे दो कंगालों की लड़ाई कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। स्विट्जरलैंड के बिक चुके कंगाल बैंक क्रेडिट सुइस ने अनिल अंबानी की दिवालिया कंपनी रिलायंस कैपिटल की बिक्री रोकने के लिए लीगल नोटिस भेजा है। भारी कर्ज ने डूबी रिलायंस कैपिटल इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग से गुजर रही है। हाल में दूसरे दौर की नीलामी में इसमें हिंदूजा ग्रुप की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स ने इसके लिए 9,650 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। लेकिन क्रेडिट सुइस का कहना है कि रिलायंस कैपिटल के रिजॉल्यूशन प्लान को लागू नहीं किया जा सकता है। इसकी वजह यह है कि रिलायंस कैपिटल पर उसके दावे को खारिज कर दिया गया था और यह मामला अभी एनसीएलटी में पेंडिंग है।
क्रेडिट सुइस हाल में डूबने के कगार पर पहुंच गया था। इसे स्विट्जरलैंड के ही यूबीएस बैंक ने खरीदा है। क्रेडिट सुइस ने अपने वकीलों के माध्यम से रिलायंस कैपिटल के एडमिनिस्ट्रेटर नागेश्वर राव को एक नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि उसका इस कंपनी पर 660 करोड़ रुपये का कर्ज है। क्रेडिट सुइस और एक्सिस बैंक के क्लैम को खारिज कर दिया गया था। इसके बाद दोनों बैंकों ने पिछले साल एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया था। क्रेडिट सुइस का दावा है कि वह इस मामले में सिक्योर्ड क्रेडिटर है।