नई दिल्ली: अगर इंसान में हिम्मत हो, हार ना मानने का जज्बा हो और मेहनत करने की लगन हो तो वो बुरी से बुरी परिस्थिति को सुखद परिणाम में बदल सकता है। अगर हम ये कहें कि ठेले पर सब्जी बेचने वाला, रिक्शा चलाने वाला भी करोड़ों की कंपनी का सीईओ बन सकता है तो आप यकीन नहीं कहेंगे। आपको ये बातें किताबी बातें लगेंगी, लेकिन बिहार के सहरसा के रहने वाले दिलखुश कुमार (Dilkhush Kumar) ने तो इस सच साबित कर दिया। 12वीं पास दिलखुश कुमार चपरासी की नौकरी तलाश रहे थे, लेकिन आज वो एक नहीं बल्कि दो-दो कंपनियों का मालिक हैं। जो खुद कभी नौकरी के लिए दर-दर भटक रहा था, आज IIT, IIM पास आउट को नौकरी दे रहा है।