गुजरात की साबरमती जेल में अतीक अहमद उम्रकैद की सजा काट रहा है। योगी सरकार में माफिया अतीक अहमद पर कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है, लेकिन समाजवादी पार्टी सरकार में उसका बोल-बाला था। उसके गिरोह के आदमी कीमती जमीन पर नजर गड़ाए रखते थे। इसकी जानकारी अतीक तक पहुंचाते रहते थें।
जो जमीन अतीक को पसंद आ जाती उस पर कब्जा करने में देर नहीं लगाता। गिरोह के साथ अतीक खुद धमकी देने पहुंच जाता था, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती कि वह FIR दर्ज करा दे। ऐसी ही एक घटना लखनऊ में देखने को मिली थी। जब अतीक के खिलाफ एक होटल व्यापारी केस दर्ज कराने का साहस नहीं जुटा पाया था। यह दावा यूपी पुलिस के रिटायर्ड IG और लखनऊ के SSP रहे राजेश पांडे ने किया है।एक निजी चैनल से बात करते हुए पूर्व आईजी राजेश पांडे ने बताया, “अगस्त साल 2015 में अतीक अहमद ने लखनऊ के व्यापारी सुशील गुरनानी की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। वह पूरी तरह से गुंडई कर रहा था, उसे सत्ता का नशा था, वो सुशील गुरनानी को धमकी देकर गया कि मेरी फोटो खींचकर जिसको जहां भेजनी हो भेज दो लेकिन जमीन छोड़ दो।”