लंबे समय से चीन और ताइवान के बीच टेंशन की स्थिति चल रही है। पिछले कुछ समय में दोनों देशों के बीच टेंशन की स्थिति ज़्यादा बढ़ गई है। हाल ही में ताइवान की राष्ट्रपति के अमरीका दौरे से चीन की नाराज़गी बढ़ गई है। इस वजह से चीन ने एक बड़ा कदम उठाया है।
चीन और ताइवान के बीच पिछले कई सालों से चल रही टेंशन की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। चीन के ताइवान पर अपना हक जताने और ताइवान के खुद को एक स्वतंत्र देश मानने और कई देशों के भी ताइवान को स्वतंत्र देश मानने की वजह से दोनों देशों के बीच टेंशन की स्थिति बनी हुई है और यह जगजाहिर भी है। पिछले कुछ समय में दोनों देशों के बीच टेंशन की स्थिति और भी बढ़ गई है। हाल ही में ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने कुछ ऐसा किया जो चीन को बिलकुल भी पसंद नहीं आया। दरअसल ताइवान की राष्ट्रपति हल ही में अमरीका दौरे पर गई और वहाँ अमरीकी संसद के स्पीकर केविन मैककार्थी से मिली। इससे चीन ने भड़ककर एक बड़ा फैसला लिया है।