असम में बाल विवाह के खिलाफ राज्य सरकार सख्त ऐक्शन ले रही है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि बाल विवाह पर किसी तरह की सांप्रदायिक कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मुख्यमंत्री विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सदन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा- कुछ लोग अपराधियों के लिए रो रहे हैं, लेकिन पीड़ित परिवार के उन बच्चियों के लिए नहीं जो 11 साल की उम्र में गर्भवती हो जाती हैं।
सरमा बोले- या तो मुझे हटा दें, या बाल विवाह रोके
असम CM ने कहा कि राज्य में बाल विवाह स्वीकार्य नहीं हैं। मैंने असम में देखा है कि कुछ विधायक आरोपियों के पक्ष में बात कर रहे हैं।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सरमा ने यहां तक कह दिया- आपके पास दो विकल्प है, या तो मुझे यहां से हटा दो या बाल विवाह बंद करो, तीसरा कोई विकल्प नहीं है। अपराधियों को हर छह महीने में गिरफ्तार किया जाएगा।