RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद अब बैंकों ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ज्यादा ब्याज देना शुरू कर दिया है। हाल ही में देश के सबसे बड़े बैंक SBI, HDFC, यस बैंक, कोटक महिंद्रा और इंडियन ओवरसीज बैंक ने FD की ब्याज दरों में बदलाव किया है। ऐसे में अगर आप इन दिनों फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने जा रहे हैं तो आपको बैंको की नई ब्याज दरों के बारे में पता होना जरूरी है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आपको अब कहां निवेश करने पर कितना ब्याज मिलेगा।
FD से मिलने वाले ब्याज पर भी देना होता है टैक्स
FD से मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्सेबल होता है। आप एक साल में FD पर जो भी ब्याज कमाते हैं, वो आपकी एनुअल इनकम में जुड़ता है। कुल आय के आधार पर, आपका टैक्स स्लैब निर्धारित किया जाता है। चूंकि FD पर अर्जित इंटरेस्ट इनकम को “इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज” माना जाता है, इसलिए इसे टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स या TDS के तहत चार्ज किया जाता है। जब आपका बैंक आपकी ब्याज आय को आपके अकाउंट में जमा करता है, तो उसी समय TDS काट लिया जाता है।