छत्तीसगढ़ में मजदूर दिवस को बोरे-बासी के रूप में स्थापित करने के बाद अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अक्षय तृतीया को किसानों से जोड़ दिया है। मंगलवार को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में अक्ती तिहार और माटी पूजन दिवस के साथ इसकी शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री बघेल परंपरागत विधि-विधान से पूजा अर्चना कर खेत में खुद ट्रेक्टर चलाकर बीज बुआई करेंगे। इसके साथ ही कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन और जैविक दूध उत्पादन हेतु डेयरी का लोकार्पण भी करेंगे। यहां डॉपलर वेदर रडार की स्थापना का शिलान्यास भी होना है।
कृषि महाविद्यालय सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ की प्रमुख फसलों की कृषि लागत की अध्ययन के लिए परियोजना, मिलेट्स की जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए अनुसंधान कार्ययोजना का शुभारंभ भी होगा। मुख्यमंत्री बघेल कृषि रोजगार मोबाइल एप भी लांच करेंगे। इसके अलावा किसानों को उन्नत बीज, बायो फर्टिलाइजर एवं कृषि यंत्रों का वितरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल कार्यक्रम में अक्ती तिहार गीत के लिए कवि मीर अली मीर को सम्मानित भी करने वाले हैं। इस आयोजन में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को पुरस्कृत करने के साथ ही कृषि में नवाचार एवं बीजों के संरक्षण के लिए किसानों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित समस्त महाविद्यालयों, अनुसंधान केन्द्रों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों सहित लगभग 60 स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।