सरकार को इस वित्त वर्ष टैक्स से होनेवाली आमदनी बजट में दिए गए अनुमान से 10% ज्यादा रह सकती है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कर राजस्व पिछले चार साल में पहली बार बजट अनुमान से ज्यादा रहने वाला है। कोविड से पहले वाले लेवल की तरफ तेजी से बढ़ रही इकोनॉमी सरकार के हौसले बढ़ा रही है।
15.45 लाख करोड़ के टैक्स रेवेन्यू का अनुमान
सरकार ने 31 मार्च को खत्म होनेवाले वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में टैक्स से 15.45 लाख करोड़ रुपए का राजस्व मिलने का अनुमान दिया था। गौरतलब है कि टैक्स कलेक्शन वित्त वर्ष 2017-18 के बाद से लगातार अनुमान से कम रहा है। दरअसल, इकोनॉमी कोविड आने से पहले ही सुस्त हो गई थी और फिर मंदी के भंवर में फंस गई थी।
रिटेल सेल्स में रिकवरी, निर्यात में रिकॉर्ड उछाल
लेकिन, अब रिटेल सेक्टर की सेल्स में तेजी का रुझान है और निर्यात में रिकॉर्ड उछाल आ रहा है। इनसे पता चलता है कि कोविड की दूसरी लहर के बाद इकोनॉमी उम्मीद से ज्यादा तेजी से रिकवर कर रही है। इस साल GDP अप्रैल से जून के बीच 20.1% की दर से बढ़ी जो पिछले साल इसी तिमाही में 24.4% घटी थी।
इंडिकेटर दे रहे उम्मीद से तेज रिकवरी का इशारा
दूसरे सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘आर्थिक गतिविधियों में काफी सुधार हुआ है। सभी इंडिकेटर उम्मीद से ज्यादा तेज रिकवरी की तरफ इशारा कर रहे हैं। अगर सब कुछ सही रहा, तो इस वित्त वर्ष टैक्स कलेक्शन एस्टीमेट से ज्यादा होगा।’