चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के बीच ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने देश के इरादे साफ कर दिए हैं। एक समारोह को संबोधित करते हुए साइ ने कहा- ताइवान अपनी सुरक्षा के लिए तमाम जरूरी उपाय कर रहा है। हम लोकतंत्र के समर्थक रहे हैं और यही हमारी ताकत भी है। हम चीन के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं। साइ का यह बयान चीन को खटक सकता है। शनिवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि वो शांतिपूर्ण तरीके से ताइवान को चीन में मिलाना चाहते हैं।
चीन ने हालिया में कई बार ताइवान के एयरस्पेस में घुसने की कोशिश की है। पिछले हफ्ते 50 से ज्यादा चीनी फाइटर प्लेन ताइवान के एयरस्पेस के करीब से गुजरे थे।
चीन का दावा खारिज
चीन दावा करता है कि ताइवान उसका ही हिस्सा है और उसे हॉन्गकॉन्ग की तर्ज पर चीन का शासन स्वीकार करना होगा। ताइवान हमेशा से चीन के दावों को खारिज करता आया है। चीन की एयरफोर्स कई बार ताइवान को धमकाने की कोशिश कर चुकी है। अक्टूबर के पहले हफ्ते में चीन ने ताइवान के नजदीक अपने 149 फाइटर जेट्स भेजे थे। इसके बाद ताइवान ने साफ कर दिया था कि वो किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार है।
ताइवान के साथ है अमेरिका
अमेरिका ने ताइवान को सैन्य मदद देने का फैसला तो दो साल पहले ही कर लिया था। अब उसने यहां के समुद्री इलाके में अपने वॉरशिप को भी तैनात कर दिया है। ताइवान की राष्ट्रपति इससे खुश हैं। ताइवान के नेशनल डे पर आयोजित रैली में साइ ने कहा- हम भी एक्शन के लिए तैयार हैं। किसी को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि ताइवान सरकार या यहां के लोग किसी के दबाव के आगे घुटने टेक देंगे। हम अपनी सुरक्षा में इजाफा करते रहेंगे। चीन में लोकतंत्र नहीं है। यहां के लोग आजादी से रहे हैं और रहेंगे।