अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अगर कोई सबसे ज्यादा खुश है तो वो पाकिस्तान है। हालांकि, उसकी इस खुशी को तालिबान पाकिस्तान खलल डाल रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कई देशों खासकर अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों का दौरा कर रहे हैं या कर चुके हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान चाहता है कि तालिबान की सरकार को दुनिया के ज्यादातर देशों से मान्यता दिलाई जाए और इसके जरिए अपना प्रभाव यहां बढ़ाया जाए।
दूसरी तरफ, ये भी सही है कि भारत समेत ज्यादातर इस वक्त ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति पर अमल कर रहे हैं। 31 अगस्त के बाद कूटनीतिक स्तर पर तस्वीर साफ होनी शुरू हो सकती है। तब तक सभी विदेशी सैनिक और नागरिक अफगानिस्तान छोड़कर जा चुके होंगे।
शाह महमूद कुरैशी के दौरे जारी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और ईरान का दौरा किया। पाकिस्तान के अखबार ‘द ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार तालिबान के पक्ष में जमकर लॉबिंग कर रही है ताकि दुनिया के सभी नहीं तो कम से कम कुछ अहम देशों से मान्यता दिलाई जाए।
हालांकि, अब तक इसके नतीजे सामने नहीं आ सके हैं। खुद पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर यह ऐलान नहीं किया है कि वो तालिबानी सरकार को मान्यता देगा या नहीं। इसकी वजह दुनिया की डर ही कहा जा सकता है।