व्यापार: देश में महंगाई दर चालू और अगले वित्त वर्ष के लिए भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई के अनुमान से कम रहेगी। एसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, महंगाई में कमी आने के कई कारण हैं। इसमें मानसून की अच्छी प्रगति, मजबूत जलाशय स्तर, खाद्यान्न के पर्याप्त भंडार और जीएसटी सुधार है। यह सभी कारक मिलकर उम्मीद से अधिक तेजी से महंगाई को कम रहे हैं।
आरबीआई ने 2025-26 के लिए खुदरा महंगाई दर के अनुमान को 0.50 फीसदी घटाकर 2.6 प्रतिशत कर दिया है। यह अप्रैल के अनुमान से 1.6 फीसदी कम है। हालांकि, एसबीआई रिसर्च का मानना है कि 2025-26 और 2026-27 में महंगाई दर उम्मीद से कम रहेगी। आरबीआई ने हाल में अपने अनुमान में बताया, वित्त वर्ष 2026-27 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून, 2026 में महंगाई 4.5 प्रतिशत रह सकती है। वैश्विक अनिश्चितताओं और अस्थिर बाजारों को देखते हुए मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का दरों को अपरिवर्तित रखने का निर्णय तर्कसंगत है।
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