व्यापार: दुनिया में तनाव व भारी उथल-पुथल के बीच बड़े कॉरपोरेट समूहों की कंपनियों में निवेश से बेहतर रिटर्न व सुरक्षा मिलेगी। बड़े कॉरपोरेट (कॉन्ग्लोमरेट्स) के पास बड़ी पूंजी, कम पूंजी लागत व उभरते क्षेत्रों में विस्तार की क्षमता होती है। इससे उन्हें मंदी के दौर में टिके रहने और वैश्विक उतार-चढ़ाव को संभालने में मदद मिलती है।
खुद को दोबारा गढ़ने की अद्भुत क्षमता
नुवामा के मुताबिक, निफ्टी-100 में बड़े कॉरपोरेट समूहों का हिस्सा लगातार बढ़ रहा है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के कार्यकारी निदेशक एस नरेन कहते हैं, देश के प्रमुख कारोबारी समूहों ने दशकों से खुद को दोबारा गढ़ने की अद्भुत क्षमता दिखाई है।
भारत की बदलती हुई विकास गाथा की झलक
चाहे वह संगठित खुदरा क्षेत्र की शुरुआत करना हो या फिर टेलीकॉम को बदलना हो। नवीनीकरण ऊर्जा हो या सेमीकंडक्टर जैसे भविष्य-उन्मुख क्षेत्रों में प्रवेश करना हो। हम नए कॉन्ग्लोमरेट फंड के जरिये उसी ताकत को कैद करना चाहते हैं और निवेशकों को एक ऐसी