मितव्ययता के साथ अधोसंरचना निर्माण की नवीनतम तकनीकों के साथ ही प्राचीन विधाओं से भी प्रेरणा लेना आवश्यक :

मितव्ययता के साथ अधोसंरचना निर्माण की नवीनतम तकनीकों के साथ ही प्राचीन विधाओं से भी प्रेरणा लेना आवश्यक :

मुख्यमंत्री डॉ. यादव
“लोक निर्माण से लोक कल्याण” की टैग लाइन के साथ कार्य कर रही है राज्य सरकार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल-कानपुर फोर-लेन मंजूरी के लिए केन्द्र का माना आभार
2047 तक भारतीय रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर से होगा बेहतर : केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी
निर्माण कार्यों में वैकल्पिक ईंधन का उपयोग कर लागत को किया जा सकता है कम
मुख्यमंत्री डॉ. यादव तथा केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने “सड़क एवं पुल निर्माण के क्षेत्र में उभरते नवीनतम ट्रेड्स और टेक्नोलॉजिस’’ विषय पर किया सेमिनार का शुभारंभ
लोक निर्माण विभाग और इंडियन रोड काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में शुरू हुआ दो दिवसीय सेमिनार

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सड़कों तथा अधोसंरचना के निर्माण में प्रयुक्त हो रही नवीन तकनीक और विधाओं पर विचार-विमर्श के दौरान प्राचीन काल में हुए निर्माण कार्यों में प्रयुक्त प्रभावी तकनीक पर गौर करना तथा उनसे प्रेरणा लेना भी आवश्यक है। राजा भोज द्वारा एक हजार साल पहले बनाया गया भोपाल का बड़ा ताल मितव्ययता के साथ प्रभावी जल प्रबंधन का अनूठा उदाहरण है। सम्राट अशोक और सम्राट विक्रमादित्य के काल के सिक्कों पर बनी मार्गों के चिन्ह उस काल में सड़कों की महत्ता को दर्शाते हैं। यह तथ्य बताते हैं कि जब भी नवीन तकनीक की बात होगी तो प्राचीन विधा उसकी नींव का आधार बनकर बनेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रवीन्द्र भवन में लोक निर्माण विभाग मध्यप्रदेश और इंडियन रोड काउंसिल नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में “सड़क और पुल निर्माण में उभरती नवीनतम प्रवृत्तियों और तकनीकों’’ पर केंद्रित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर सेमीनार का शुभारंभ किया।

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