बिहार के बक्सर से टिकट कटने के बाद सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का दर्द छलक गया। उन्होंने खुद को फकीर बताते हुए कहा कि मैं गिरगिट की तरह रंग बदलने वाला नहीं हूं। सोमवार को पटना पहुंचने पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ”मेरा कसूर सिर्फ यही है कि मैं एक फकीर हूं। मैं ब्राह्मण हूं, परशुराम का वंशज हूं। कभी संस्कार नहीं छोड़ सकता। मेरा रंग भगवा है और इसी में लिपट कर जाऊंगा।”
कभी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया
उन्होंने टिकट कटने के सवाल पर कहा कि पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया है। मैंने भी पार्टी के लिए सब कुछ किया और संघर्ष हमारा जीवन है, यह हमारे जीवन की पूंजी है। कभी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया है। हम टिकट बांटने वालों में से थे। यह टिकट नहीं कटा है। मुझे पार्टी में जो सम्मान दिया गया है, आगे भी सम्मान देने की बात हो रही है।