इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के अरमानों पर अब एक और दोस्त देश ने पानी फेर दिया है। चीन के बाद अब अजरबैजान ने भी तालिबान के साथ दोस्ती कर ली है और अपने पूर्णकालिक राजदूत को काबुल में नियुक्त किया है। अजरबैजान के अफगानिस्तान में राजदूत इल्हाम मम्मादोव ने तालिबानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के साथ औपचारिक मुलाकात की है और उन्हें अपने विदेश मंत्रालय का पत्र सौंपा है। इस पत्र में अजरबैजान ने कहा है कि वह काबुल में अपना दूतावास खोल रहा है। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तालिबानी राजदूत की नियुक्ति को स्वीकार किया था। इन दोनों ही देशों के कदम से पाकिस्तान को करारा झटका लगा है जो तालिबान को ब्लैकमेल करने की कोशिश में जुटा हुआ था।