नई दिल्ली: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेकर राज्यसभा के जरिए संसद पहुंचने का फैसला किया है। सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा जाएंगी। उन्होंने जयपुर जाकर राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन का पर्चा भर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा के समापन भाषण में किसी का नाम लिए बिना कहा भी- कुछ लोग तो चुनाव लड़ने का माद्दा भी खो चुके हैं। आज जब सोनिया गांधी ने चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया है तो लगता है कि पीएम मोदी का निशाना संभवतः सोनिया ही थीं। सोनिया गांधी का राजनीतिक सफर हमेशा बहस का विषय रहेगा। उन्हें कांग्रेस पार्टी को उबारने का श्रेय मिला तो पुत्र मोह में इसे डूबता छोड़ने का भी आरोप भी। सोनिया पर राजनीतिक शुचिता को भी मलिन करने के आरोप लगे जब सीताराम केसरी के साथ कांग्रेसियों ने ही दुर्व्यवहार किया और जब प्रधानमंत्री रहे पीवी नरिसम्हा राव के 2004 में निधन के बाद शव को कांग्रेस मुख्यालय में नहीं रखने दिया गया।