नई दिल्ली : विपक्षी सांसदों के थोक में निलंबन के बीच बुधवार को लोकसभा में अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे कानूनों को बदलने के लिए लाए गए विधेयकों पर चर्चा हुई। इस दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नए कानूनों की रौलट ऐक्ट से तुलना करते हुए उनका विरोध किया। भाषण के दौरान जब किसी सदस्य ने उन्हें टोका तो ओवैसी आगबबूला हो गए और कहने लगे कि वह मरने को तैयार हैं, उनकी गोलियां खत्म हो जाएंगी लेकिन वह जिंदा रहेंगे। वहीं, शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर ने चर्चा के दौरान 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों का जिक्र किया। गृह मंत्री अमित शाह ने चर्चा का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गुलामी के दौर के निशान मिटा रही है।