नई दिल्ली: इस समय भारत में बेरोजगारी की दर पांच साल के न्यूनतम स्तर पर है। ऐसा कैसे हुआ, इस बारे में हमें अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर के. वी. सुब्रमणियम ने विस्तार से बताया। उनका कहना है कि चाहें बेरोजगारों की संख्या की बात करें या क्वालिटी रोजगार की बात करें, दोनों में सुधार हुआ है।