नई दिल्ली: जैसे जैसे लोगों की आमदनी बढ़ रही है, वे विदेश भ्रमण (Foreign Travel) को निकल रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार इन पर ज्यादा टैक्स लगा रही है। विदेशों की सैर पर सात लाख रुपये से ज्यादा खर्च करने वालों पर सरकार 20 फीसदी का टीसीएस (TCS) वसूलने वाली है। यह कानून एक अक्टूबर 2023 से लागू हो रहा है। इससे देश की ट्रेवल इंडस्ट्री परेशान है। ट्रेवल इंडस्ट्री इस प्रावधान को भयंकर बताते हुए सरकार को इसका विकल्प सुझाया है। उनका कहना है कि यदि सरकार ने उनकी सुधि नहीं ली तो भारतीय ट्रेवल एजेंट बरबादी के कगार पर पहुंच जाएंगे।
एक अक्टूबर से विदेश भ्रमण पर टीसीएस की दर बढ़ रही है। साल में जो इस तरह की सैर पर सात लाख रुपये खर्च करते हैं, उन्हें तो महज पांच फीसदी का टीसीएस चुकाना होगा। लेकिन जो व्यक्ति विदेशी सैर पर इससे ज्यादा राशि खर्च करेंगे, उन्हें 20 फीसदी की दर से टीसीएस चुकाना होगा। ट्रेवल एजेंट्स का कहना है कि इससे लोग ट्रेवल एजेंट्स के पास जाने से बचेंगे और इसका चोर रास्ता तलाशने की कोशिश करेंगे। हालांकि उस राह में भी रोड़े हैं। लेकिन इस चक्कर में ट्रेवल एजेंटों का धंधा चौपट हो जाएगा।