पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बिजली बिलों के खिलाफ शनिवार को व्यापारी सड़कों पर उतर आए। लाहौर, कराची और पेशावर से लेकर देशभर में दुकानें बंद रही। इस बंद का आहवान जमात-ए- इस्लामी पार्टी के नेता सिराज उल हक ने किया था।
महंगाई और बिजली बिल के मुद्दे पर हो रहे हंगामे के बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ ने केन्या का दौरा निरस्त कर दिया। कराची में ताजिर एक्शन कमेटी ने शुक्रवार को बिजली बिल कम करने के लिए सरकार को 72 घंटे का समय दिया है। कमेटी ने कहा है कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो वो 10 दिन की हड़ताल करेंगे।
व्यापारी बोले- एक लाख किराया और एक लाख बिजली बिल कैसे दें…
कराची के एक व्यापारी फाहद अहमद ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया- हमने अपनी दुकानें बंद रखी हैं ताकि देश के सत्ता में बैठे तबके तक हमारा मैसेज पहुंचे। अगल उन्होंने हमारी तकलीफें नहीं समझी तो हमें दूसरे तरीके अपनाने होंगे।