रायपुर: छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंची राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने विद्यार्थियों की आत्महत्या के मामलों पर चिंता जाहिर की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पढ़ाई के दबाव और नकारात्मक सोच से उबरने के लिए छात्रों की मदद करने का आह्वान किया। छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर राष्ट्रपति मुर्मू ने राजधानी रायपुर में विधानसभा मार्ग में स्थित ब्रम्हकुमारी संस्थान के शांति सरोवर रिट्रीट सेंटर में ‘सकारात्मक परिवर्तन का वर्ष’ कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अगर हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ आध्यात्म को भी जोड़ लें तो जीवन अधिक आसान हो जाएगा।
उन्होंने राजस्थान में ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा’ (एनईईटी) के दो छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि देश ने चंद्रमा पर अपना झंडा फहराया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में उपलब्धि हासिल की है, लेकिन ऐसे मामलों (छात्रों की आत्महत्या) को देखकर उन्हें दुख होता है। उन्होंने कहा यदि आप रामराज्य का सपना देख रहे हैं तब आपको पहले खुद राम और सीता बनना होगा तथा देश को विश्वगुरू बनाने के लिए उसी दिशा में कदम रखना होगा।