नई संसद के इनॉगरेशन में अब 2 दिन बचे हैं, लेकिन इसे लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गई हैं। सेंगोल (राजदंड) पर भाजपा के दावों को कांग्रेस ने झूठा बताया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ऐसा कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि सेंगोल (राजदंड) को अंग्रेजों ने सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर आजादी के समय नेहरू को सौंपा था। इससे जुड़े भाजपा नेताओं के सभी दावे गलत हैं।
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने सेंगोल के विरोध को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया- कांग्रेस पार्टी भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? पंडित नेहरू को तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में पवित्र सेंगोल दिया गया था। कांग्रेस ने इसे ‘वॉकिंग स्टिक’ समझकर एक संग्रहालय में भेज दिया।
जयराम रमेश ने कहा- वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी से झूठ फैलाया जा रहा
जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा है- इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि नई संसद को वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी से मिले ज्ञान से दूषित किया जा रहा है। बीजेपी-RSS बिना सबूत के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है। उन्होंने कहा, सेंगोल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण बीजेपी का एक बार फिर से पर्दाफाश हो गया है।