नई दिल्ली: अक्सर पर नाम के आधार पर ब्रांड के देशी और विदेशी होने का जजमेंट कर लेते हैं। जैसे नाम हैं, जिन्हें पढ़कर आप अंदाजा लगा लेते हैं कि ये विदेशी ब्रांड होंगे, लेकिन कई बार आपका अंदाजा सही नहीं होता। ऐसा ही एक नाम है जो नाम से भले विदेशी लगता हो, लेकिन दिल से शुद्ध देशी कंपनी है। हम आपको आज इसी हेवल्स की कहानी बता रहे हैं। कैसे दिल्ली के गुप्ता जी ने हवेली राम कंपनी को हेवल्स बना दिया।
हेवल्स ब्रांड, जो आज घऱ-घर तक पहुंच गया है, उसकी शुरुआत की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। पंजाब के मलेरकोटला के रहने वाले कीमत राय गुप्ता पेशे से स्कूल टीचर थे। पंजाब में बच्चों को पढ़ाने वाले कीमत राय गुप्ता हमेशा से अपना कुछ काम करना चाहते थे। इसलिए साल 1958 में वो पंजाब से दिल्ली आ गए । उन्होंने दिल्ली की कीर्ति नगर में एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान शुरू की। पंखे, कूलर जैसी इलेक्ट्रॉनिक चीजों की मरम्मत किया करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने 10 हज़ार की लागत से गुप्ताजी एंड कंपनी की शुरुआत की।