रियाद: सऊदी अरब अब कंगाली की दहलीज पर खड़े मुस्लिम देशों की मदद से पहले शर्त रखने लगा है। सऊदी प्रशासन ने साफ कहा है कि वह बिना शर्तों के अब किसी भी देश को कर्ज नहीं देने वाला है। दरअसल, चंद दिनों पहले ही मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी सऊदी दौरे पर पहुंचे थे। मिस्र इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में अल सीसी ने सऊदी से आर्थिक मदद देने की अपील की थी। यही हाल पाकिस्तान का भी है। पाकिस्तान भी कंगाली की दहलीज पर खड़ा है। ऐसे में कंगाली से उबरने के लिए वह सऊदी के आगे हाथ-पांव जोड़ रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी जल्द ही सऊदी अरब का दूसरी बार दौरा करने वाले हैं। इसका प्रमुख उद्देश्य पाकिस्तान के लिए सऊदी से पैसे पाना है।