यूक्रेन में रूसी मिसाइलों से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी बिजली ग्रिड को बहाल करने के लिए दिन-रात संघर्ष जारी है। यूक्रेन का 40 प्रतिशत एनर्जी ढांचा क्षतिग्रस्त या तबाह हो चुका है। राजधानी कीव में अधिकारियों का कहना है कि वे पूरी तरह शहर के बाकी तीस लाख रहवासियों को बाहर निकालने के लिए ब्लैकआउट की योजना बना रहे हैं।
पहले इस संभावना के बारे में नहीं सोचा गया था। स्थिति पहले ही बहुत गंभीर है। नगर निगम के कामगार 1000 हीटिंग शरण स्थल तैयार कर रहे हैं। जो बतौर बंकर भी काम आएंगे। दूसरी ओर इंजीनियर जरूरी साज-सामान के बिना बमबारी से नष्ट बिजली स्टेशनों को सुधारने में जुटे हैं।
7 एरिया में ब्लैक आउट रहेगा
यूक्रेन की राष्ट्रीय एनर्जी कंपनी ने बताया कि ग्रिड को पूरी तरह ध्वस्त होने से बचाने के लिए सात क्षेत्रों में ब्लैकआउट जारी रहेगा। रूसी सेना ने देशभर में महत्वपूर्ण बिजली इंफ्रास्ट्रक्टर को निशाना बनाया है। विश्लेषकों का कहना है, युद्ध के मैदान में लगातार लग रहे आघातों के कारण रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने यह रणनीति अपनाई है।
रूसी हमलों ने यूक्रेन के नागरिकों के लिए नई मुसीबत खड़ी की है। अधिकारी मानते हैं कि आगे और नुकसान हुआ तो वे बुनियादी सेवाएं मुहैया नहीं कर पाएंगे।