दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने भारत में सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विस देने के लिए लाइसेंस मांगा है। भारत में इन सर्विसेज के लिए ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस जरूरी है।
इसे डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) प्रोवाइड करता है। स्टारलिंक ब्रांड के तहत मस्क की कंपनी स्पेसएक्स इन सर्विसेज को देती है। ET ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। स्टारलिंक GMPCS लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाली तीसरी कंपनी है।
इससे पहले एयरटेल बैक्ड वनवेब और जियो की सैटेलाइट आर्म जियो स्पेस टेक्नोलॉजी इसके लिए आवेदन कर चुकी है। भारत के स्पेस इंटरनेट सेगमेंट के भीतर स्टालिंक के आने से एयरटेल, जियो और अमेजन को तगड़ा कॉम्पिटिशन मिलेगा।
स्टारलिंक ने पहले भी की थी कोशिश
स्टारलिंक की पिछले साल भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने की योजना थी और उसने मार्च 2021 के आसपास प्री-बुकिंग लेना शुरू कर दिया था। कंपनी ने भारत के दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से ब्रॉडबैंड सेवाओं को डिलीवर करने के लिए मंजूरी मांगी थी।
हालांकि, नवंबर 2021 में DoT ने यह कहते हुए हस्तक्षेप किया कि स्टारलिंक को भारत में काम करने के लिए सभी आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने होंगे।