पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मंगलवार को संसद में विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। पाकिस्तानी संविधान के अनुसार अब स्पीकर असद कैसर इस मसले पर दो हफ्ते के भीतर संसद की कार्यवाही शुरू करेंगे। इससे पूर्व पाकिस्तानी पीपल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान को इस्तीफा देने के लिए 24 घंटे का अल्टिमेटम दिया था।
बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान को इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) की कठपुतली बताया। सोमवार को एक रैली में उन्होंने कहा- इमरान खान ने देश की क्षमता से तीन गुना ज्यादा कर्ज की भीख मांगी है। इमरान खान और उनकी पार्टी आर्थिक मोर्चे पर विफल है और जनता ने उनकी नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया है।
जरदारी ने कहा था कि या तो इमरान खान और उनकी सरकार 24 घंटे में इस्तीफा दे वरना उन्हें डेमोक्रेटिक तरीके से पद से हटा दिया जाएगा। वहीं, इमरान खान ने इस अविश्वास प्रस्ताव पर प्रक्रिया देते हुए इसके गिर जाने का भरोसा जताया है। उनका कहना था कि अविश्वास प्रस्ताव के विफल होने के बाद विपक्ष को इसके परिणाम भुगतने होंगे।