सपाट और प्रेडिक्टेबल है ‘गिन्नी वेड्स सनी’ की कहानी

सपाट और प्रेडिक्टेबल है ‘गिन्नी वेड्स सनी’ की कहानी

नेटफ्लिक्स पर इस शुक्रवार (9 अक्टूबर) को गिन्नी वेड्स सनी रिलीज़ हुई है। प्यार में कन्फ्यूज़न के विषय पर हिंदी सिनेमा पर अनगिनत फ़िल्में बन चुकी हैं। कभी नायक को कन्फ्यूज़न होता है तो कभी नायिका को। जब किसी प्रचलित थीम पर फ़िल्म बनायी जाती है तो कहानी कहने का ढंग बेहद ज़रूरी हो जाता है। यही एक ऐसा तरीक़ा है, जो फ़िल्म को जीवंत बना सकता है और दर्शक के अंदर कुछ नया देखने का भाव जगाता है। अगर इसमें शिथिलता हुई तो फिर फ़िल्म के ढेर होने में वक़्त नहीं लगता। गिन्नी वेड्स सनी की कहानी, हिंदी सिनेमा के सदियों पुराने इसी फॉर्मूले को दोहराती है। मगर, फ़िल्म कुछ नया नहीं दे पाती।  

कहानी सतनाम सेठी यानि सनी (विक्रांत मैसी) और गिन्नी (यामी गौतम) की है। दोनों दिल्ली की मिडिल क्लास पंजाबी फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। सनी बहुत अच्छा कुक है। वो रेस्टॉरेंट खोलना चाहता है। मगर, उसके पिता (राजीव गु्प्ता)  का मानना है कि पहले वो शादी करे। सनी को कई लड़कियां रिजेक्ट कर चुकी हैं। कोई रास्ता ना देख उसके पिता मैचमेकर शोभा जुनेजा (आएशा रज़ा मिश्रा) की मदद लेते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *