अगर किसी व्यक्ति के टैक्स बचाने के अन्य सभी रास्ते बंद हो गए हैं तो होम लोन सबसे अच्छा साधन साबित हो सकता है। टैक्स सेविंग के अलावा, आपका होम लोन सबसे कम ब्याज दर पर एक अच्छी खासी संपत्ति बनाने में भी मदद करता है।
लोन अमाउंट और समय को पहले जानें
बहुत से लोग होम लोन की कम ब्याज दर और टैक्स सेविंग की संभावनाओं के बारे में जानते हैं। बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं कि उनका लोन अमाउंट और अवधि क्या होनी चाहिए, जो उन्हें सबसे कम लागत और सबसे तेज़ रीपेमेंट में सबसे अच्छा अनुभव और मौका प्रदान करे। टैक्स सेविंग के रास्तों की अपनी कई सीमाएं हैं। यह तभी सबसे अच्छी सेविंग प्रदान करता है जब आप इसे स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल करते हैं।
1.5 लाख रुपए सालाना बचता है टैक्स
आप इनकम टैक्स अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत हर साल 1.5 लाख रुपए तक के होम लोन के प्रिंसिपल के रीपेमेंट पर टैक्स बचा सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने के लिए कई अन्य विकल्प भी हैं। इनमें ईपीएफ और पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) में निवेश, इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS), यूलिप में निवेश, स्कूल फीस पर टैक्स का फायदा, जीवन बीमा प्रीमियम जैसे साधन भी हैं।