लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा पर सियासत जारी है। गुरुवार को बहराइच निकलने से पहले लखनऊ में प्रियंका गांधी ने कहा- अभी तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला। न्याय कैसे मिलेगा अगर वे (अजय मिश्र) गृह राज्य मंत्री रहेंगे? ये सब उनके अंडर में आता है? जब तक वे बर्खास्त नहीं होंगे तब तक निष्पक्ष जांच कौन करेगा? तीनों पीड़ित परिवारों ने एक ही बात कही कि मुआवजे से मतलब नहीं है, हमें न्याय चाहिए।
न्याय न मिलने तक सत्याग्रह जारी रहेगा। पीड़ित परिवार पैसे से नहीं, न्याय से संतुष्ट होंगे। बहराइच में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही हूं, पीड़ितों की आवाज उठाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। नवरात्र का व्रत हूं, माँ दुर्गा सभी का कल्याण करें। बता दें कि बहराइच के दो किसानों की मौत लखीमपुर हिंसा में हुई थी।
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने के लिए लखीमपुर रवाना हो गए हैं। अखिलेश यादव ने कहा, ‘जो नामजद हैं जिन्होंने ऐसी घटना की है वो जेल जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है, हमें उम्मीद है कि इन परिवारों को न्याय मिलेगा।’ इससे पहले अखिलेश ने 4 अक्टूबर को जाने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें लखनऊ में हिरासत में ले लिया गया था।