रात में डायबिटीज के मरीजों में ब्लड प्रेशर बढ़ा तो मौत का खतरा दोगुना

रात में डायबिटीज के मरीजों में ब्लड प्रेशर बढ़ा तो मौत का खतरा दोगुना

साइलेंट किलर कहे जाने वाले हाई ब्लड प्रेशर पर नई रिसर्च सामने आई है। रिसर्च के नतीजे ऐसे मरीजों को अलर्ट करते हैं जिनका ब्लड प्रेशर घटता-बढ़ता रहता है, खासतौर पर रात में।

रिसर्च करने वाली इटली की पीसा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है, अगर टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में रात में ब्लड प्रेशर बढ़ता है तो मौत का खतरा अधिक रहता है। जिन लोगों का रात में ब्लड प्रेशर कम हो जाता है उनके मुकाबले ब्लड प्रेशर बढ़ने वाले मरीजों में मौत का खतरा दोगुना हो जाता है।

रिसर्च के नतीजे हाल में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के हायपरटेंशन साइंटिफिक सेशंस-2021 में पेश किए गए हैं।

सबसे पहले साइलेंट किलर यानी हाई बीपी को ऐसे समझें
शरीर के हर हिस्से में रक्त वाहिकाओं की मदद से ब्लड पहुंचाया जाता है। हृदय द्वारा ब्लड को पंप करने के दौरान रक्त वाहिकाओं पर पड़ने वाले दबाव को ही ब्लड प्रेशर कहते हैं। ब्लड प्रेशर का सामान्य स्तर 120/80 यानी ब्लड प्रेशर का ऊपरी नंबर 120 और निचला नंबर 80 होना चाहिए।

तनाव, संक्रमण, दवाइयां और यहां तक कि पानी की कमी के कारण भी ब्लड प्रेशर गड़बड़ हो सकता है। चिंता की बात यह है कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो घटते-बढ़ते ब्लड प्रेशर को समझ नहीं पाते। यही स्थिति आगे चलकर गंभीर रोगों और मौत की वजह बनती है। इसीलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है।

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