छत्तीसगढ़ के जशपुर के छात्रावास में मूक-बधिक बच्चियों से हुई दरिंदगी के बाद सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना की शुरुआती समीक्षा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को छात्रावासों के अचानक निरीक्षण का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिला कलेक्टरों को शासकीय छात्रावासों के निरीक्षण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सहित अन्य वरिष्ठ जिला स्तरीय अधिकारियों को तैनात करने को कहा है। इन अधिकारियों को छात्रावास में रहने वाले बच्चों से बातचीत कर संचालित गतिविधियों से संबंधित फीडबैक भी लेंगे। इस फीडबैक को सरकार को भेजा जाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा, निरीक्षण में अगर छात्रावास का कोई अधिकारी-कर्मचारी लापरवाह मिलता है अथवा अनैतिक गतिविधियों में शामिल मिलता है तो सम्बन्धित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ निलंबन और FIR की कार्रवाई की जाए। लापरवाही बरतने वाले या अनैतिक गतिविधियों में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि ऐसी अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।