कच्चे तेल (क्रूड ऑइल) के दाम एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड शनिवार को 78 डॉलर प्रति बैरल के लेवल को पार कर 78.05 डॉलर पर पहुंच गया। इसके साथ ही कच्चा तेल 3 साल के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। इससे पहले अक्टूबर 2018 में ये 78.24 पर पहुंचा था। कच्चे तेल के दाम बढ़ने से आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम और बढ़ सकते हैं।
बीते 1 महीने में ही 11% महंगा हुआ कच्चा तेल
कच्चे तेल के बाजार में इन दिनों तेजी देखी जा रही है। यह इस सप्ताह चढ़कर 78.05 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। 1 महीने पहले ये 69.70 डॉलर पर था, यानी ये 1 महीने में ही 11.43% बढ़ा है। वहीं 2021 की बात करें तो इस साल अब तक कच्चा तेल 53% महंगा हुआ है। 1 जनवरी को ये 51 डॉलर के करीब था।
क्यों महंगा हो रहा कच्चा तेल?
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि दुनियाभर में कोरोना के नए मामलों में लगातार गिरावट और वैक्सीनेशन की बढ़ती रफ्तार से आर्थिक गतिविधियां खुली हैं। इससे फ्यूल डिमांड तेजी से बढ़ रही है। नतीजतन, कच्चे तेल की कीमत आसमान छू रही है।