अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मौत के बाद उनके परिवार ने शव दफनाने को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस पर आरोप लगाए थे। परिवार के लोगों का आरोप था कि उन्हें दफनाने से पहले गुस्ल और दूसरी रस्में नहीं करने दी गईं। पुलिस ने शव छीनकर परिवार के लोगों की गैर-मौजूदगी में दफना दिया। इस मामले में पुलिस ने आज बयान जारी कर आरोपों का खंडन किया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है, गिलानी के दोनों बेटों ने अपने पिता को दफनाने के लिए कब्रिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। इससे साफ जाहिर है कि अपने पिता के लिए प्रेम और सम्मान की बजाए वे पाकिस्तान के एजेंडे के प्रति अधिक वफादार हैं।
अपनी बात से मुकर गए गिलानी के बेटे
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि गिलानी की मौत के तुरंत बाद कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के विजय कुमार, पुलिस अधीक्षक (SP) और सहायक पुलिस अधीक्षक ने गिलानी के दोनों बेटों से मुलाकात की।
यह मुलाकात उनके हैदरपोरा स्थित आवास पर देर रात करीब 11 बजे हुई। पुलिस अधिकारियों ने उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए रात में ही शव दफनाने की अपील की।