इंडियन नेवी ने मंगलवार को भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के साथ एक करार किया है। इसके तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड स्वदेशी तकनीक से नेवल एंटी ड्रोन सिस्टम (NADS) डेवलप करेगा। इसे हार्ड किल और सॉफ्ट किल दोनों क्षमताओं वाले वर्जन बनाए जाएंगे।
हार्ड किल एंटी ड्रोन सिस्टम में एंटी एयरक्राफ्ट वैपन भी होता है, जबकि सॉफ्ट किल ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल इंफ्रारेड को पकड़ने के लिए किया जाता है। NADS आसानी से माइक्रो ड्रोन को डिटेक्ट और जाम कर देगा। इसमें लेजर बेस्ड किलिंग मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया जाएगा। NADS को DRDO डेवलप कर रहा है। इसका उत्पादन भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड करेगा।
इंडियन नेवी ने मंगलवार को भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के साथ एक करार किया है। इसके तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड स्वदेशी तकनीक से नेवल एंटी ड्रोन सिस्टम (NADS) डेवलप करेगा। इसे हार्ड किल और सॉफ्ट किल दोनों क्षमताओं वाले वर्जन बनाए जाएंगे।
हार्ड किल एंटी ड्रोन सिस्टम में एंटी एयरक्राफ्ट वैपन भी होता है, जबकि सॉफ्ट किल ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल इंफ्रारेड को पकड़ने के लिए किया जाता है। NADS आसानी से माइक्रो ड्रोन को डिटेक्ट और जाम कर देगा। इसमें लेजर बेस्ड किलिंग मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया जाएगा। NADS को DRDO डेवलप कर रहा है। इसका उत्पादन भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड करेगा।