ट्रंप के सलाहकार ने दी चेतावनी कहा- अमेरिका से व्यापार करना है तो तरीके से पेश आना होगा

ट्रंप के सलाहकार ने दी चेतावनी कहा- अमेरिका से व्यापार करना है तो तरीके से पेश आना होगा

वॉशिंगटन। अमेरिका किसी भी देश पर मनमाना टैरिफ और प्रतिबंध लगाने में देरी नहीं कर रहा है। लेकिन बड़ी बात ये है इसके बाद भी दुनिया के अधिकांश देश उसे ज्यादा भाव देने को तैयार नहीं है। इससे खिसियाए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार अब दुनिया को चेतावनी देते हुए कह रहे हैं कि यदि अमेरिका के साथ व्यापार करना है तो राष्ट्रपति ट्रंप का न केवल सम्मान करना पड़ेगा बल्कि उनके साथ बहुत तरीके से पेश आना पड़ेगा। अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लटनिक ने भारत समेत कई बड़े साझेदार देशों को खुलकर चेतावनी दी कि अगर वे अमेरिकी कंज्यूमर मार्केट तक पहुंच बनाए रखना चाहते हैं, तो उन्हें अमेरिका के साथ सही तरीके से पेश आना होगा। लटनिक ने एक इंटरव्यू में कहा, स्विटजरलैंड, ब्राजील, भारत… ये वो देश हैं जिन्हें अमेरिका के प्रति सही तरीके से प्रतिक्रिया करनी होगी। अगर आप अमेरिका में अपना माल बेचना चाहते हैं, तो आपको राष्ट्रपति के साथ तालमेल बनाकर खेलना होगा।
लटनिक ने दोहराया कि वॉशिंगटन का लक्ष्य संतुलित व्यापार है और जब तक यह हासिल नहीं होता, तब तक दबाव जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ये राष्ट्रपति की नीति है। आप मान लीजिए या फिर अमेरिका जैसे सबसे बड़े उपभोक्ता बाज़ार में कारोबार करना आपके लिए मुश्किल हो जाएगा। इंटरव्यू में लटनिक ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के टैरिफ से अमेरिका में एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। उनके अनुसार, 80,000 नौकरियां खोने की रिपोर्ट गलत है। असल में टैरिफ से लाखों नई नौकरियां बनेंगी। अमेरिका में 6.9 मिलियन ऐसे लोग हैं जिन्हें हाथ से काम करना पसंद है। अब उन्हें एडवांस टेक्निकल ट्रेनिंग मिलेगी। लटनिक ने दावा किया कि अमेरिका अब तक का सबसे बड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने वाला है और इससे अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। भारतीय पेशेवरों के लिए बड़ी चिंता एच-1बी वीजा नीति है। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में इसका शुल्क बढ़ाकर 100,000 डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) सालाना कर दिया है। लटनिक ने कहा, यह लॉटरी ठीक करने का समय है। हमें सिर्फ सबसे उच्च-स्तरीय, उच्च-शिक्षित और उच्च-भुगतान पाने वाले पेशेवर चाहिए – जैसे डॉक्टर, प्रोफेसर और टॉप इंजीनियर्स। सस्ते टेक कंसल्टेंट्स या प्रशिक्षुओं के लिए अब जगह नहीं है। यह फैसला भारत की आईटी कंपनियों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि उनकी भारी निर्भरता भारतीय इंजीनियरों को अमेरिका भेजने पर रहती है। इंटरव्यू में लटनिक ने ट्रंप और एलन मस्क के रिश्तों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ट्रंप दिल के बहुत अच्छे इंसान हैं और भले ही वे मस्क को माफ कर दें, लेकिन भूलेंगे नहीं। ट्रंप और मस्क के बीच हाल ही में तब विवाद बढ़ा था जब टेस्ला प्रमुख ने ट्रंप के नए बिग ब्यूटीफुल बिल को गंदा और खतरनाक कहकर इसकी आलोचना की थी।

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