व्यापार: हिंडनबर्ग रिसर्च ने सिर्फ अदाणी समूह को ही नहीं, बल्कि पूरे भारत को निशाना बनाया है। अदाणी समूह के मुखिया गौतम अदाणी ने बुधवार को कंपनी के शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में यह बात कही है। अदाणी ने पत्र में अपने समूह को सेबी से मिली राहत की भी सराहना की।
बंदरगाहों से लेकर बिजली तक कारोबार करने वाले इस अरबपति समूह के संस्थापक ने बुधवार को शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में कहा, “यह रिपोर्ट सिर्फ अदाणी समूह की आलोचना नहीं थी। यह वैश्विक स्तर पर सपने देखने के भारतीय उद्यमों के साहस को सीधी चुनौती थी।
अदाणी ने कहा, “समूह के लिए यह एक ऐसे परीक्षण की शुरुआत थी जिसने हमारी लचीलेपन के हर आयाम को प्रभावित किया। इसने हमारे शासन, हमारे उद्देश्य और यहां तक कि इस विचार पर भी सवाल उठाया कि भारतीय कंपनियां पैमाने और महत्वाकांक्षा के मामले में दुनिया का नेतृत्व करने का साहस कर सकती हैं।”
अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में सेबी ने क्या कहा है?