इस्लामाबाद। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की सैन्य सुरक्षा और उसकी हिम्मत की पोल दुनियाभर के सामने खुल गई। अब बुरी तरह से पीटा पाकिस्तान भले ही अपनी हार नहीं स्वीकार रहा, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों से तबाही की तस्वीरें पूरा दर्द बयां कर रही हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद और हालिया तनातनी के बीच पाक पीएम शहबाज शरीफ ने सेना में नई मिसाइल कमांड फोर्स का ऐलान किया। यह घोषणा ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी जवानों की याद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान की गई। इस मौके पर पाक से सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इसका गठन निश्चित तौर पर भारत से तनाव को लेकर किया गया है।
इस आर्मी रॉकेट फोर्स की घोषणा इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान की गई। पाक पीएम शहबाज ने कहा कि यह फोर्स आधुनिक तकनीक से लैस होगी और पाकिस्तानी सेना की लड़ाकू क्षमता को मजबूत करने में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। हालांकि, उन्होंने इस फोर्स के बारे में अधिक जानकारी शेयर नहीं की। वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि यह नई फोर्स अपनी कमान के तहत काम करेगी और पारंपरिक युद्ध की स्थिति में मिसाइलों के संचालन और तैनाती के लिए समर्पित होगी। अधिकारी के अनुसार, “यह साफ तौर पर भारत के लिए है।”
पहलगाम हमले के बाद से तनाव चरम पर
दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच 1947 से ही लंबा सैन्य और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का इतिहास है। हाल ही में अप्रैल में जम्मू-कश्मीर में 26 नागरिकों की हत्या के मामले ने तनाव को और बढ़ा दिया है। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया, जबकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया। इसके बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लांच किया और पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया और फिर पाकिस्तान के सैन्य अड्डो को भी सफलता पूर्वक निशाना बनाया। मई में हुए संघर्ष में दोनों पक्षों ने मिसाइल, ड्रोन और लड़ाकू विमान इस्तेमाल किए थे। 10 मई को भारत और पाकिस्तान दोनों संघर्षविराम पर सहमत हुए।