अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने दावा किया है कि ट्रॉयल के दौरान उनकी कोरोना वायरस वैक्सीन ने उम्मीद से बेहतर नतीजे दिए हैं। कंपनी का कहना है कि वॉलंटियर्स को यह वैक्सीन दी गई थी। उन पर इसने 90 प्रतिशत से ज्यादा असर दिखाया। फाइजर ने यह वैक्सीन जर्मन दवा निर्माता कंपनी बायो एन टेक के साथ मिलकर विकसित की है।
कंपनी इस महीने के आखिर तक वैक्सीन के दो डोज के लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से आपातकालीन मंजूरी लेने की योजना बना रही है। उधर, अमेरिका दुनिया का पहला देश बन गया है जहां कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ के पार हो गया है।
बीते 10 दिन में अमेरिका में लाखों मामले सामने आए
रॉयटर्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। बीते 10 दिन में अमेरिका में लाखों मामले सामने आए हैं। वॉशिंगटन में 293 दिन पहले कोरोना का पहला केस आया था। अमेरिका में शनिवार को 1 लाख 31 हजार 420 मामले दर्ज किए गए थे।