दुनिया : अमेरिका से तीन AH-64E अपाचे हेलीकॉप्टरों का पहला जत्था आज सुबह हिंडन एयरबेस पहुंचा। इन हेलीकॉप्टरों को एंटोनोव एएन-124 विमान के जरिए लाया गया। यह डिलीवरी अपने तय समय से 15 महीने की देरी से हुई है। इस बीच यह खबर भी आई है कि पाकिस्तान ने भी चीन निर्मित Z-10ME हमलावर हेलीकॉप्टरों को तैनात कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर भारत और पाकिस्तान में फिर कोई सैन्य झड़प होती है तो अपाचे और Z-10ME हेलीकॉप्टर आमने-सामने आ सकते हैं। हालांकि, दोनों देशों ने इन लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को तब खरीदा है, जब दुनिया के कई देश इनसे मुंह मोड़ रहे हैं।
अपाचे दुनिया का बेहतरीन लड़ाकू हेलीकॉप्टर
अमेरिकी अपाचे AH-64E को दुनिया का सबसे बेहतरीन हमलावर हेलीकॉप्टर माना जाता है। भारतीय सेना ने मार्च 2024 में जोधपुर के नागतलाव में अपना पहला अपाचे रोटरी विंग विमान स्क्वाड्रन स्थापित किया। हालांकि, डिलीवरी में बार-बार देरी के कारण इस स्क्वाड्रन का संचालन बंद रहा। पहले तीन अपाचे हेलीकॉप्टरों का पहला बैच मई या जून 2024 तक आने की उम्मीद थी, लेकिन इसकी समयसीमा बढ़ती ही रही। अब भारत पहुंचे अपाचे हेलीकॉप्टरों के पहले बैच को 22 जुलाई को एक औपचारिक समारोह में सेना में शामिल कर लिया गया है। इन्हें पाकिस्तान की सीमा से सटे जोधपुर में तैनात किया जाएगा।
पाकिस्तान ने भी तैनात किया चीनी Z-10
इस बीच पाकिस्तान ने भी Z-10ME हेलीकॉप्टर को अपनी सेना में अनौपचारिक रूप से तैनात करना शुरू कर दिया है। चीन के Z-10ME को अमेरिकी अपाचे और रूसी Mi-28 “हैवॉक” हेलीकॉप्टरों को चुनौती देने के लिए डिजाइन किया गया है। इस हेलीकॉप्टर के शामिल होने से पाकिस्तानी सेना को भारत की मल्टीलेयर एयर डिफेंस और जमीन पर टैकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक बड़ी क्षमता प्राप्त होगी।
1120 किमी तक मार कर सकता है Z-10 हेलीकॉप्टर
पाकिस्तान पहले से पुराने AH-1F/S कोबरा हेलीकॉप्टर को ऑपरेट कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि नए चीनी Z-10ME हेलीकॉप्टर को इन्हीं कोबरा हेलीकॉप्टरों की जगह पर तैनात किया जाएगा। Z-10 हेलीकॉप्टर की मारक क्षमता 1,120 किलोमीटर है और खाली होने पर इसका वजन लगभग 5,100 किलोग्राम होता है। इसमें 23 मिलीमीटर कैलिबर की रिवॉल्वर पिस्तौल और चार बाहरी हार्डपॉइंट शामिल हैं जो हवा से जमीन, हवा से हवा और रॉकेट लॉन्चर रख सकते हैं।
अलग-अलग हथियारों से लैस हे Z-10 हेलीकॉप्टर
इस हेलीकॉप्टर पर 16 एंटी-टैंक मिसाइलें, चार मल्टीपल 7-बैरल रॉकेट लॉन्चर या दो मल्टीपल 32-बैरल रॉकेट लॉन्चर लगाए जा सकते हैं, जो विभिन्न मिशनों के लिए अलग-अलग संयोजनों का उपयोग करने की क्षमता रखते हैं। यह टैंकों और बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए मिसाइलें ले जा सकता है। उदाहरण के लिए, मिसाइलों का इस्तेमाल टैंकों और बख्तरबंद वाहनों के खिलाफ किया जा सकता है, जबकि रॉकेट और तोपों का इस्तेमाल पैदल सैनिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है।