जेफ्री एपस्टीन की मौत को 6 साल बीत चुके हैं, लेकिन उसका नाम एक बार फिर अमेरिकी राजनीति में विवाद की वजह बना हुआ है। इस बार विवाद के केंद्र में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हैं।
मामला यौन अपराधी रहे एपस्टीन की उस कथित ‘क्लाइंट फाइल’ का है, जिसमें दुनियाभर के ताकतवर नेताओं, बिजनेस टायकून और हस्तियों के नाम दर्ज होने की अटकलें हैं।
ट्रम्प प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि वे इन दस्तावेजों को जानबूझकर सार्वजनिक नहीं कर रहे, क्योंकि इससे कई हाई-प्रोफाइल चेहरों के बेनकाब होने का खतरा है।
अमेरिकी एजेंसी FBI और जस्टिस डिपार्टमेंट पर भी एपस्टीन फाइल को दबाने के आरोप लग रहे हैं।