मुंबई : तृप्ति डिमरी जल्द ही सिद्धांत चतुर्वेदी के साथ ‘धड़क 2’ में नजर आएंगी। हाल ही में उन्होंने खुलासा किया कि वो मधुबाला या मीना कुमारी जैसी आइकॉनिक शख्सियतों की बायोपिक करना चाहती हैं। अमर उजाला डिजिटल के साथ बातचीत में अभिनेत्री ने यह भी बताया कि ‘लैला मजनू’ की असफलता ने उन्हें निराश किया था, लेकिन ‘बुलबुल’ की सफलता ने उनका आत्मविश्वास दोबारा लौटा दिया।
‘धड़क 2’ को लेकर आप कितनी उत्साहित हैं? क्या सीक्वल फिल्म में काम करने का अलग प्रेशर होता है?
मैं बहुत उत्साहित हूं, क्योंकि यह फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है। सीक्वल में काम करना अपने आप में एक अलग अनुभव होता है, लेकिन मेरे हिसाब से प्रेशर लेना या न लेना, ये पूरी तरह व्यक्ति पर निर्भर करता है। मैं दबाव नहीं लेती। मेरा मानना है कि जब आप दबाव में काम करते हैं, तो चीजें बिगड़ने लगती हैं। असली जादू तब होता है जब आप बिना किसी दबाव के पूरी ईमानदारी से और अपने डायरेक्टर व टीम पर भरोसा रखते हुए काम करें। शूटिंग के दौरान हमने हर दिन को सहजता से लिया, एक-दूसरे पर भरोसा रखा और दिल से काम किया। शायद इसी वजह से स्क्रीन पर भी सब कुछ दिल से जुड़ा हुआ लगता है।