भारत को मिलेगी नई ताकत, हैदराबाद में रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माण से बदलेगा गेम

भारत को मिलेगी नई ताकत, हैदराबाद में रेयर अर्थ मैग्नेट निर्माण से बदलेगा गेम

व्यापार : केंद्र सरकार ने महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता के लिए अपने व्यापक प्रयास के तहत हैदराबाद में रेयर अर्थ मैग्नेट का उत्पादन शुरू करने का फैसला किया है। कोयल और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

परमानेंट मैग्नेट्स का होगा निर्माण

मंत्री ने कहा कि हमारी खनन मंत्रायल का संस्थान विभिन्न उद्योगों के साथ मिलकर आवश्यक मशीनरी के निर्माण पर गंभीरता से कार्य कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि अगले तीन से चार महीनों में भारत स्थायी चुम्बकों के निर्माण की अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा। यह परियोजना उद्योग, खनन और अन्य मंत्रालयों के सहयोग से आगे बढ़ रही है और इसकी चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी की गई है।

चीन ने रेयर अर्थ मैग्नेट की आपूर्ति रोकी

भारत की सोर्सिंग रणनीति में बदलाव के बारे में बताते हुए रेड्डी ने कहा हम रेयर अर्थ रमानेंट मैग्नेट्स के लिए 100 प्रतिशत चीन पर निर्भर थे। लेकिन हाल ही में चीन ने आपूर्ति रोक दी है। चीन ने अप्रैल 2024 में घोषणा की थी कि वह कुछ रेयर अर्थ संबंधित वस्तुओं पर निर्यात नियंत्रण लगाएगा, जिससे भारत सहित वैश्विक आपूर्ति में कमी आ जाएगी।

आईसीईए ने की सराहना

इस संदर्भ में, शुक्रवार को इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के अध्यक्ष पंकज मोहिन्द्रू ने केंद्र सरकार की इस पहल का स्वागत किया। उन्होंने विशेष रूप से सरकार द्वारा प्रस्तावित प्रोत्साहनों की सराहना की।

राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल मिशन

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई, 2024 को पेश किए गए केंद्रीय बजट में ‘क्रिटिकल मिनरल मिशन’ शुरू करने की घोषणा की थी। इसके बाद जनवरी 2025 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 16,300 करोड़ रुपये के व्यय के साथ मंजूरी दी थी। इसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों से 18,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल मिशन (एनसीएमएम) के शुभारंभ को मंजूरी दी गई।

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